लेखनी कहानी -05-Jun-2022 साहित्यिक कल्पना
जिसका जितना बड़ा कल्पना लोक
वह उतना ही बड़ा साहित्यकार है
कल्पना लोक के परिदृश्यों को वह
कागज पर उतारने वाला चित्रकार है
गीत, गजल, मुक्तक, दोहे, छंद, कविता
कथा, लेख, संस्मरण या डायरी की बात
श्रंगार, वीर, करुण, वीभत्स, हास्य, शांत
भयानक, अद्भुत या वात्सल्य रस की रात
लेखक के लिये ये सब महज हथियार हैं
शब्दों की बाजीगरी पर पूरा अधिकार है
पाठकों के दिल में सीधा उतर कर बैठ जाये
वही लेखक तो सही मायने में कलमकार है
हरिशंकर गोयल "हरि"
5.6.22
Seema Priyadarshini sahay
06-Jun-2022 12:08 PM
बहुत सुंदर👌👌
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Saba Rahman
05-Jun-2022 11:10 PM
Nyc
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Sona shayari
05-Jun-2022 12:59 PM
Nice
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